420 का अर्थ सभी जानते है,ये संख्यात्मक नाम है धोखाधड़ी का।
इस चरित्र का प्रत्येक कलाकार, उपयोग करता है हर घडी का।
ऐसा नहीं वो मेहनत नहीं करता हो,हर क्षण वो उसी में डूबा रहता है।
शारीरिक मेहनत के साथ ,मानसिक मेहनत सेही अजूबा करता है। धोखाधड़ी को छोड़ अन्य,गुण अवगुण का ऐसा नाम नहीं है जग में।
लगता शायद इसके अनुयायी, पैदा भी होते होंगे अदभुत भग में।
मेहनत में जरा सी चूक हुई,तो अविलम्ब ही पकडे जाते हैं।
दिन रात की मेहनत करके भी,चौराहों पर लाते घूंसे खाते हैं।
इतनी मेहनत से तो वो,निश्चित ही इज्जत से भी जी सकते हैं।
आप और हम तो थक भी जाते हैं,पर वो मेहनत से नहीं थकते हैं।
शायद वैसे भी 420 नाम इसका,रखा गया है हम सबको चेताने को। अच्छा साधन है ये इज्जत और उम्र,को दोगुनी रफ़्तार से घटाने को।
हर तरफ से ये चार से है दो करता,फिर दो से भी शून्य पर ले जाता है।
फिर भी इसके अनुयायियों को,मेहनत से भीजूते खाना ही भाता है।
मुझ जैसा अल्प बुद्धि वाला,महारथियों को क्या समझा पायेगा।
ऊपर वाला ही इन्हें सदबुद्धि दे, या जूतों का हार ही होश दिलायेगा।
इस चरित्र का प्रत्येक कलाकार, उपयोग करता है हर घडी का।
ऐसा नहीं वो मेहनत नहीं करता हो,हर क्षण वो उसी में डूबा रहता है।
शारीरिक मेहनत के साथ ,मानसिक मेहनत सेही अजूबा करता है। धोखाधड़ी को छोड़ अन्य,गुण अवगुण का ऐसा नाम नहीं है जग में।
लगता शायद इसके अनुयायी, पैदा भी होते होंगे अदभुत भग में।
मेहनत में जरा सी चूक हुई,तो अविलम्ब ही पकडे जाते हैं।
दिन रात की मेहनत करके भी,चौराहों पर लाते घूंसे खाते हैं।
इतनी मेहनत से तो वो,निश्चित ही इज्जत से भी जी सकते हैं।
आप और हम तो थक भी जाते हैं,पर वो मेहनत से नहीं थकते हैं।
शायद वैसे भी 420 नाम इसका,रखा गया है हम सबको चेताने को। अच्छा साधन है ये इज्जत और उम्र,को दोगुनी रफ़्तार से घटाने को।
हर तरफ से ये चार से है दो करता,फिर दो से भी शून्य पर ले जाता है।
फिर भी इसके अनुयायियों को,मेहनत से भीजूते खाना ही भाता है।
मुझ जैसा अल्प बुद्धि वाला,महारथियों को क्या समझा पायेगा।
ऊपर वाला ही इन्हें सदबुद्धि दे, या जूतों का हार ही होश दिलायेगा।
2 comments:
मुझ जैसा अल्प बुद्धि वाला,महारथियों को क्या समझा पायेगा। ऊपर वाला ही इन्हें सदबुद्धि दे, या जूतों का हार ही होश दिलायेगा।
आजकल तो भरमार है ऐसे लोगों की ...
dhanyabad aadarneeya,tabhi to man hua tuk bandi karane ka.
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