जीविका सञ्चालन हेतु आवश्यक धन से ज्यादा धन कमाने की इच्छा सम्मान में वृद्धि की इच्छा के कारण होती है. अगर धन कमाने का रास्ता भी सम्मान जनक है, तब तो ज्यादा धन कमाना ठीक है. अन्यथा मेहनत बेकार करना है, क्योंकि जब सम्मान ही नहीं रहा तो उस धन का आपके लिए अन्य कोई उपयोग नहीं है. धन सम्मान के लिए है, सम्मान धन के लिए नहीं.
No comments:
Post a Comment